Hindi Varnmala स्वर और व्यंजन
(Vowels and consonant)
हम हिंदी भाषा के स्वरों और व्यंजनों के बारे में जान चुके हैं और साथ में हमें यह भी पता चल गया है कि हिंदी भाषा को सीखने के लिए यह नीव है। इसलिए इनका अभ्यास कैसे करना है यह भी मैंने आपको बता दिया है। लेकिन मैं जानती हूं कि आपको हिंदी भाषा के स्वरों और व्यंजनों को लिखना सीखने में परेशानी आ सकती है।
छोटी सी वीडियो
इसलिए आज मैं एक छोटी सी वीडियो बनाकर अपलोड करूंगी । ताकि आपको हिंदी भाषा को लिखना सीखने में कोई परेशानी न आए। आपने धैर्य के साथ इन स्वरों और व्यंजनों का अभ्यास करना है क्योंकि जब तक आप हिंदी भाषा के इन स्वरों और व्यंजनों का अच्छे से अभ्यास नहीं करेंगे ।तो आप आगे चलकर हिंदी भाषा शब्द आसानी से नहीं बना पाएंगे।
इसलिए जो तरीका मैंने आपको बताया है आपने उसे अपनाना है और अभ्यास करना है।
मुझे आशा है कि आप हिंदी भाषा को अच्छे से और दिल से सीखना चाहते हैं। इसलिए आपने मेरे बताए हुए तरीके से हिंदी भाषा के स्वरों और व्यंजनों का अभ्यास किया है।
श्रुतलेख, मिलान करें , बाद वाला व्यंजन ,पहले वाला व्यंजन, रिक्त स्थान भरे और तस्वीर मिलान करें इत्यादि के द्वारा आपने स्वरों और व्यंजनों का अभ्यास करना है। जिस से आप हिंदी भाषा को आसानी से सीख जाएँ। हिंदी भाषा सीखने के लिए जरूरी है कि आपको स्वरूप और व्यंजनों को लिखने और समझने में कोई परेशानी न आए। तभी हम हिंदी भाषा में जब इन स्वरों और व्यंजनों को जोड़कर नई-नई शब्द बनाएंगे। तो आप आसानी से उसे समझ , लिख और बोल सकेंगे।
श्रुतलेख( Dictation)
जैसे: अ, इ, ए, आ, उ, ई, औ, ऊ, ऐ, अं, ऋ, अ:
रिक्त स्थान भरे (Missing)
क _ ग _ ड़
च _ ज _ _( ऐसे ही रिक्त स्थान बनाई)
और अभ्यास करें।
वर्ण भाषा की सबसे छोटी इकाई है।
वर्ण के प्रकार -स्वर और व्यंजन।
वर्णों के क्रमबद्ध समूह को वर्णमाला कहते हैं ।
क्ष, त्र , ज्ञ ,श्र संयुक्त व्यंजन होते हैं।
आगत ध्वनियां है-ऑ,ज़ और फ़।
शब्द जोड़ (स्वर और व्यंजन)
स्वर और व्यंजन को हम अच्छे से सीख गए हैं। अब हमने स्वर और व्यंजनों को जोड़कर नए नए शब्द बनाना सीखना है।
जैसे: अ+ब, ज+ल, न+ग इत्यादि
अब, जल, नग इत्यादि(etc).
क+ल+म, ब+ट+न, न+म+क इत्यादि।
कलम, बटन, नमक इत्यादि( etc)
ब+र+त+न, अ+द+र+क, न+ट+ख+ट इत्यादि
बरतन, अदरक, नटखट इत्यादि( etc).
जब हम हिंदी भाषा में स्वर और व्यंजन को अच्छे से सीख जाए ।तब हमने दो अक्षर जोड़, तीन अक्षर जोड़ और चार अक्षर जोड़ का भी अच्छे से अभ्यास करना है क्योंकि उसके बाद जब हम मात्राएं शुरू करेंगे उस समय हमारे पास हिंदी भाषा के स्वरों और व्यंजनों का अभ्यास करने का समय नहीं होगा। इसलिए पहले इन पर पकड़ होना बहुत आवश्यक है क्योंकि जब हम हिंदी भाषा की मात्राओं को सीखना शुरू करेंगे उस समय यदि आपको हिंदी भाषा के स्वरों और व्यंजनों को लिखने और समझने में कोई समस्या आएगी तो हम हिंदी भाषा की मात्राओं को अच्छे से नहीं सीख पाएंगे।
हिंदी भाषा
भाषा के दो रूप हैं|
मौखिक भाषा और लिखित भाषा
इस लिए यह बहुत जरूरी है कि आप इस समय पर ही स्वरों और व्यंजनों को अच्छे से लिखना और समझना सीख ले। यदि कोई समस्या आती है ।तो इसी समय पर उसका निवारण करें।( solve).
हिंदी भाषा में जब आपने हिंदी वर्णमाला का अच्छे से अभ्यास कर लिया है। तो अब हम हिंदी भाषा में दो अक्षर जोड़ लिखना सीखेंगे ।उसके लिए जरूरी है कि आप हिंदी भाषा की वर्णमाला का अच्छे से अभ्यास करें। आपको जो तरीका अच्छा लगे। उसे अपनाए।
हिंदी भाषा की वर्णमाला का अभ्यास
जैसे श्रुतलेख, रिक्त स्थान, मिलान करें, तस्वीर मिलान करें, बाद वाला वर्ण, पहले वाला वर्ण इत्यादि के द्वारा हिंदी भाषा की वर्णमाला का अच्छे से अभ्यास करें ।तभी आप आसानी से हिंदी भाषा में दो अक्षर जोड़ सीख सकेंगे ।हिंदी भाषा में हिंदी वर्णमाला कोअच्छे जाने बिना आपको हिंदी भाषा के दो अक्षर जोड़ लिखने में समस्या का सामना करना पड़ेगा । हिंदी वर्णमाला हिंदी भाषा को सीखने की नींव है।
आगे चलकर हमारा हिंदी भाषा को सीखने का सफर थोड़ा मुश्किल होने वाला है। लेकिन यदि आप मेरे बताए हुए तरीके से अभ्यास करेंगे तो आपको हिंदी भाषा को सीखने में किसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। हम आसानी से हिंदी भाषा को सीख जाएंगे।
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