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Hindi Moral Values Stories(Part-3)
1.संगठन में शक्ति 💪
शरीर के अंगों की कहानी 🌟
हमारा शरीर कई अंगों से मिलकर बना है। हर अंग अपना काम पूरी मेहनत और कुशलता से करता है, जिससे हमारी जिंदगी सही ढंग से चलती है। एक दिन शरीर के अंगों में पेट से अनबन हो गई।सभी अंगों ने कहा, "पेट भाई तो बस आराम करते हैं। हम मेहनत करते हैं, और यह केवल खाना मांगता रहता है!" 🤨
हाथों की शिकायत ✋
सबसे पहले हाथ बोले, "हम दिनभर मेहनत करते हैं। अगर हम काम न करें, तो कोई चीज़ संभव नहीं!"
पैरों की नाराज़गी 🦶
पैर बोले, "अरे भाई! हम न हों तो तुम कहीं जा भी नहीं सकते। याद रखो, हम ही तुम्हें एक जगह से दूसरी जगह ले जाते हैं।"
आंखों की बात 👀
आंखें बोलीं, "अगर हम रास्ता न दिखाएं, तो न हाथ काम कर सकें, न पैर चल सकें। हमारी अहमियत सबसे ज्यादा है।"
दिमाग का तर्क 🧠
दिमाग ने तुरंत कहा, "अरे भाई! मैं हूं असली खिलाड़ी। सही समय पर सही निर्णय मैं ही करता हूं।"
दिल का जवाब ❤️
दिल बोला, "अगर मैं धड़कना बंद कर दूं, तो सबकुछ ठप हो जाएगा। इसलिए मेरी बात सुनो।"
पेट पर आरोप 🥺
सभी अंगों ने पेट पर आरोप लगाए और बोले, "हम तुम्हारे खिलाफ योजना बना रहे हैं। अब तुम आराम करो, और हमें काम मत बताओ।"
पेट की नाराज़गी 😡
पेट ने कहा, "ठीक है, मैं भी आराम कर लेता हूं। देखता हूं, तुम सब कैसे चलाते हो शरीर।"
समस्या बढ़ती गई 😷
पेट ने काम करना बंद कर दिया। थोड़े ही समय में सभी अंग बीमार पड़ गए। उल्टियां, थकान और कमजोरी से शरीर बेहाल हो गया।
समझौते की बात 🤝
सभी अंग पेट के पास गए और बोले, "पेट भाई, हमसे गलती हो गई। हमें माफ कर दो।" पेट ने माफ करते हुए समझाया, "शरीर एक मशीन की तरह है। अगर एक अंग काम नहीं करेगा, तो शरीर नहीं चलेगा। संगठन में ही शक्ति है।"
सबक 🎯
इस तरह सभी अंगों ने मिलकर काम करना शुरू किया, और शरीर फिर से स्वस्थ हो गया। इसीलिए कहा गया है:
"संगठन में शक्ति होती है।" 💪✨
2.सौ गज जमीन की कहानी 🐪✨
(अकबर और बीरबल का वायदा 🤴🤝)
एक बार अकबर ने बीरबल से कहा, "अगर तुम इस समस्या का हल निकाल दो, तो मैं तुम्हें सौ गज जमीन दूंगा।" बीरबल ने अपनी चतुराई से समस्या हल कर दी। अकबर खुश होकर वायदा कर बैठे।
वायदा अधूरा 😶
बहुत समय बीत गया, लेकिन अकबर ने अपना वायदा पूरा नहीं किया। जब भी बीरबल उन्हें वायदा याद दिलाते, अकबर बात अनसुनी कर गर्दन घुमा लेते। 🐪
नगर भ्रमण की बात 🌆🚶♂️
एक दिन अकबर और बीरबल नगर भ्रमण पर निकले। रास्ते में उन्हें एक ऊंँट नजर आया। अकबर ने पूछा, "बीरबल! इस ऊंँट की गर्दन इतनी लचीली क्यों होती है?"
बीरबल का चतुर जवाब 🤔🐪
बीरबल बोले, "महाराज, यह ऊंँट पिछले जन्म में एक राजा था। उसने अपने वजीर से सौ गज जमीन देने का वायदा किया था लेकिन जब भी वजीर उसे वायदा याद दिलाता, राजा अपनी गर्दन मोड़ लेता और बात टाल देता।"
वजीर का श्राप 😡🌀
बीरबल ने आगे कहा, "राजा की यह हरकत देखकर वजीर गुस्से में आ गया और उसे श्राप दे दिया – 'तुम अगले जन्म में ऊंँट बनोगे और तुम्हारी गर्दन हमेशा लचीली रहेगी।'"
अकबर की समझदारी 🤦♂️✨
अकबर को बीरबल की बात समझ आ गई। उन्हें अपना वायदा भी याद आ गया। शर्मिंदा होकर उन्होंने तुरंत बीरबल को सौ गज जमीन दे दी।
सीख 📜💡
बच्चों, कहानी से हमें यह सीख मिलती है:
1️⃣ वादा सोच-समझकर करना चाहिए।
2️⃣ अगर वादा कर लें, तो उसे पूरा करना चाहिए।
जैसा रामायण में कहा गया है:
"रघुकुल रीत सदा चली आई,
प्राण जाए पर वचन न जाई।" 🌟
3.बांसुरीवाला 🧑🎤🎵
बहुत समय पहले की बात है। 🕰️ राजा मणिक के राज्य में सभी लोग शांति से रहते थे। 😊 पर अचानक एक गांव में चूहों 🐭 ने ऐसा उत्पात मचाया कि सब परेशान हो गए। 😟 गांव वाले आपस में बातें करने लगे,
"इन चूहों ने जीना हराम कर दिया है।"
"हां भाई! ये तो हमारी फसल, कपड़े और खाना सब नष्ट कर रहे हैं।" 🌾👕🍲
राजा के पास फरियाद 🙏
गांववालों ने फैसला किया कि वे राजा मणिक के पास जाएंगे। 🚶♂️🚶♀️
उन्होंने राजा से कहा,
"महाराज, हमें इन चूहों से बचाइए। ये हमारा जीवन नर्क बना रहे हैं।" 😞
राजा ने उनकी बात सुनी और घोषणा करवाई,
"जो भी इन चूहों से छुटकारा दिलाएगा, उसे सोने की 100 अशर्फियां इनाम में दी जाएंगी।" 🪙✨
बांसुरीवाला का वादा 🎶
यह खबर सुनकर एक बांसुरीवाला राजा के पास आया। 🎵
"महाराज, मैं अपनी बांसुरी की धुन से सभी चूहों को गांव से बाहर निकाल सकता हूं।"
राजा ने कहा, "ठीक है, जाओ और इस समस्या को हल करो।" 🤝
बांसुरी की जादुई धुन 🪄
बांसुरीवाला गांव पहुंचा और बांसुरी बजाने लगा। 🎼
बांसुरी की धुन सुनकर सभी चूहे 🐭 उसके पीछे-पीछे चलने लगे। बांसुरीवाला उन्हें पहाड़ी की घाटी तक ले गया, जहां सभी चूहे कूद गए। 🏞️
गांववाले खुश हो गए और बांसुरीवाले को धन्यवाद दिया। 😊
राजा ने वादा तोड़ा 😠
बांसुरीवाला राजा के पास पहुंचा और बोला,
"महाराज, मैंने चूहों से छुटकारा दिला दिया। अब मेरी 100 अशर्फियां दीजिए।"
राजा ने कहा, "तुम्हें केवल 50 अशर्फियां मिलेंगी।" 😡
यह सुनकर बांसुरीवाला को गुस्सा आ गया।
बच्चों पर बांसुरी का असर 🧒🎵
गांव लौटकर बांसुरीवाला ने फिर बांसुरी बजाई। इस बार बांसुरी की धुन सुनकर गांव के सभी बच्चे 🧑🤝🧑 उसके पीछे-पीछे चलने लगे।
यह देखकर गांववाले डर गए और राजा के पास पहुंचे। 😰
राजा ने तुरंत मंत्री को बची हुई 50 अशर्फियां देकर बांसुरीवाले के पास भेजा।
सबक 📜
मंत्री ने कहा,
"यह लो तुम्हारी पूरी 100 अशर्फियां। अब बांसुरी बजाना बंद करो।"
बांसुरीवाले ने वादा पूरा होते ही बांसुरी बजाना बंद कर दिया और बच्चे सुरक्षित घर लौट आए। 🏠
कहानी का संदेश:
हमें अपने वादे को हमेशा पूरा करना चाहिए। वादा तोड़ने से परेशानी हो सकती है। 🤝✨
4.अकबर और बीरबल 🕌🤔
मुगल बादशाह अकबर बहुत प्रसिद्ध थे। उनके दरबार में कई बुद्धिमान मंत्री थे, जिनमें से बीरबल सबसे चतुर और समझदार थे। 🧠✨
अकबर अक्सर बीरबल से कठिन सवाल पूछते थे, और बीरबल अपने तर्कपूर्ण उत्तरों से सबको चकित कर देते थे।
अकबर का कठिन सवाल ❓
एक दिन अकबर ने सोचा, "बीरबल से ऐसा सवाल पूछा जाए जो हल करना मुश्किल हो।" 🤔
कुछ दिन बाद अकबर ने बीरबल से एक साथ तीन सवाल पूछे:
1️⃣ ईश्वर कहां रहता है?
2️⃣ ईश्वर कैसे मिलता है?
3️⃣ ईश्वर क्या करता है?
बीरबल ने जवाब दिया, "जहांपनाह, यह सवाल बहुत गहरे हैं। मुझे सोचने के लिए एक सप्ताह का समय दें।" ⏳
अकबर ने सहमति दे दी।
लड़की की समझदारी 🧒✨
बीरबल घर गए, लेकिन सवालों के जवाब सोच नहीं पा रहे थे। उनकी गोद ली हुई बेटी ने उनकी परेशानी देखी और पूछा, "पिताजी, आप परेशान क्यों हैं?"
बीरबल ने बताया, "अकबर ने तीन मुश्किल सवाल पूछे हैं।"
लड़की ने मुस्कुराते हुए कहा, "पिताजी, मुझे महल ले चलिए। मैं इन सवालों के जवाब दूंगी।" 😊
दरबार में लड़की का उत्तर 👸
अगले दिन बीरबल लड़की को दरबार लेकर गए। अकबर ने कहा, "बीरबल, क्या तुम जवाब लाए हो?"
बीरबल बोले, "जहांपनाह, यह लड़की आपके सवालों का जवाब देगी।"
1️⃣ ईश्वर कहां रहता है?
लड़की ने दूध मंगवाया और उसमें शक्कर मिलाई। 🍶🍯
फिर अकबर से पूछा, "जहांपनाह, दूध का स्वाद कैसा है?"
अकबर बोले, "मीठा।"
लड़की: "लेकिन शक्कर कहां है?"
अकबर: "शक्कर दूध में घुल गई है।"
लड़की: "जैसे शक्कर हर जगह है, वैसे ही ईश्वर भी हर चीज में है।" 🌍✨
2️⃣ ईश्वर कैसे मिलता है?
लड़की ने दही मंगवाया और पूछा, "क्या इसमें मक्खन है?" 🥛
अकबर: "हां, लेकिन उसे निकालने के लिए दही को बिलोना पड़ेगा।"
लड़की: "जैसे मक्खन मेहनत से मिलता है, वैसे ही ईश्वर ध्यान और मन की एकाग्रता से मिलता है।" 🧘♂️✨
3️⃣ ईश्वर क्या करता है?
लड़की बोली, "जहांपनाह, आपको मुझे गुरु मानना होगा।"
अकबर सहमत हुए और सिंहासन से उतरकर नीचे बैठ गए। 👑➡️🪑
लड़की सिंहासन पर बैठी और कहा, "जहांपनाह, ईश्वर यही करता है। वह राजा को भिखारी और भिखारी को राजा बना सकता है।"
अकबर की प्रशंसा और इनाम 🎁
अकबर लड़की की बुद्धिमानी से बहुत प्रभावित हुए। उन्होंने उसकी खूब प्रशंसा की और उसे ढेर सारे उपहार दिए। 🎉💎
कहानी का संदेश:
ईश्वर हर जगह है, और उसे पाने के लिए मेहनत और ध्यान की जरूरत होती है। 😊
4.चने के खेत की कहानी 🌾🐎
बहुत समय पहले की बात है। देश के अधिकांश हिस्सों पर मुगलों का शासन था। 👑
अकबर ने अपने बेटे सलीम को एक बड़ी सेना के साथ राजस्थान जीतने के लिए भेजा। 🏹
राजस्थान के एक इलाके में सेना ने डेरा डाला। लेकिन समस्या यह थी कि घोड़ों के लिए ताजा चारा नहीं था। 🐴
घोड़ों के लिए चने की जरूरत 🌱
सलीम के सैनिकों ने सुझाव दिया, "यहां चने की फसल अच्छी है। यदि हमें हरे चने मिल जाएं, तो घोड़ों को खिलाया जा सकता है।"
सलीम ने तुरंत आदेश दिया, "जाओ और चने के खेत ढूंढो। घोड़ों के खाने की व्यवस्था करो।" 🚶♂️
सैनिकों का सफर 🛡️
सैनिकों का एक दल चने के खेत की तलाश में निकल पड़ा। उन्होंने कई मील चलने के बाद एक झोपड़ी देखी, जो एक बड़े पेड़ के नीचे थी। 🌳
झोपड़ी में एक बुजुर्ग व्यक्ति रहता था। सैनिकों ने उसे आवाज दी, तो वह बाहर आया।
सैनिकों ने कहा, "हम सलीम के सैनिक हैं। हमारे घोड़े भूखे हैं। हमें बताओ, हरे चने के खेत कहां हैं?"
बुजुर्ग समझ गया कि सैनिक खेतों को उजाड़ देंगे। अगर उसने कुछ नहीं बताया, तो वे उसे मार भी सकते हैं। ⚔️
बुजुर्ग ने तुरंत कहा, "ठीक है, चलो। मैं आपको खेत दिखाता हूं।"
बुजुर्ग और सैनिक 🚶♂️➡️
बुजुर्ग आगे-आगे और सैनिक उसके पीछे-पीछे चलने लगे। थोड़ी दूर पर उन्हें हरे चने का खेत दिखा। 🌾
सैनिक तुरंत वहां जाने लगे, लेकिन बुजुर्ग ने उन्हें रोका।
उन्होंने कहा, "यह खेत अच्छा नहीं है। आगे चलो, वहां बहुत अच्छे चने मिलेंगे।"
बुजुर्ग उन्हें एक खेत से दूसरे खेत की ओर ले जाता रहा। सैनिकों को शक हुआ कि कहीं यह उन्हें धोखा देकर राजपूतों को इकट्ठा न कर ले। 😠
सैनिकों ने गुस्से में पूछा, "तू हमें इतने दूर क्यों ले जा रहा है? पहले वाले खेत क्यों नहीं दिए?"
सच्चा राजपूत 🙏
बुजुर्ग ने शांत स्वर में कहा, "मैं राजपूत हूं। मैं आपको धोखा नहीं दूंगा। बस थोड़ा और चलिए।"
आखिरकार, वह उन्हें एक खेत पर ले आया और कहा, "यहां से आप चने ले सकते हैं।" 🌾
लेकिन सैनिकों ने देखा कि इस खेत के चने वैसे ही थे, जैसे पिछले खेतों में थे।
गुस्से में उन्होंने कहा, "बुड्ढे, क्या तुझे अपनी जान प्यारी नहीं? तूने हमें यहां तक क्यों लाया?"
बुजुर्ग की आंखों में आंसू 😢
बुजुर्ग की आंखों में आंसू आ गए। उसने कहा, "जो खेत रास्ते में थे, वे मेरे गांववालों के थे। यह खेत मेरा है।
मैं अपने गांववालों के खेत उजाड़कर अपना खेत बचाने का काम नहीं कर सकता। एक सच्चा राजपूत ऐसा नहीं करता।"
सैनिकों का बदलाव ✨
बुजुर्ग की बात सुनकर सैनिक उसकी ईमानदारी और त्याग से प्रभावित हुए।
वे बिना चने लिए ही वापस लौट गए। 💖
कहानी का संदेश 🌟
यह कहानी हमें सिखाती है कि दूसरों की भलाई के लिए त्याग करना सबसे बड़ा धर्म है। सच्चा इंसान वही है, जो दूसरों का भला सोचता है। 😊
5.पक्षियों की सभा और छोटे पेड़ की कहानी (विस्तार से और सरल हिंदी में)
पक्षियों की सभा 🦜🦅
बहुत समय पहले की बात है। जंगल के बीचों-बीच एक ऊँचा सा टीला था। सभी पक्षी उस टीले की ओर जा रहे थे। 🐦 वहां पक्षियों की एक सभा होने वाली थी। इस सभा को पक्षियों के राजा, राजहंस 🦢 ने बुलाया था। उसने अपने अच्छे मित्र हाथी 🐘 को भी बुलाया था, जो जंगल का सबसे बड़ा और समझदार पशु था।
पक्षियों पर मुसीबत
सभी पक्षी टीले पर इकट्ठे हो गए, और सभा शुरू हुई। राजहंस के इशारे पर कबूतर 🕊️ ने बोलना शुरू किया,
"मित्रों, हम पर एक बड़ी मुसीबत आ पड़ी है। अचरज नगर के लोग हमारे जंगल के पास कारखाने बना रहे हैं। उन कारखानों से निकलने वाला धुआं 🌫️ हवा को ज़हरीला बना रहा है। साथ ही, वहां चलने वाली गाड़ियों 🚗 से भी ज़हरीला धुआं निकलता है। अब यहाँ की हवा इतनी दूषित हो गई है कि हमारा यहाँ रहना मुश्किल हो गया है। हमें इस मुसीबत का हल निकालना होगा।"
नया सुझाव
तोता 🦜 बोला, "क्यों न हम किसी और जंगल में जाकर रहें?"
कौवे 🐦 ने तुरंत विरोध किया, "हम अपने घर और जंगल को छोड़कर क्यों जाएं? यह हमारा घर है।"
हाथी की समझदारी
बातें उलझने लगीं, तो राजहंस ने हाथी से सुझाव मांगा। हाथी ने अपनी भारी आवाज़ में कहा,
"भाइयों, हमें ऐसा कोई उपाय ढूँढना होगा, जिससे इंसानों को उनकी गलती का एहसास हो। तभी वे वायु प्रदूषण को कम करने की कोशिश करेंगे। वरना, चाहे हम यहाँ रहें या कहीं और, परेशानी हर जगह होगी।"
उल्लू का सुझाव
सब पक्षी सोच में पड़ गए। तभी उल्लू 🦉 ने कहा,
"हम बादलों से मदद मांग सकते हैं। इस समय सारे बादल हिमालय की ओर गए हैं। राजहंस को हिमालय जाना होगा।"
हिमालय की यात्रा
राजहंस अपने साथियों के साथ हिमालय की ओर उड़ चला। ऊँचे पहाड़ों और ठंडी हवाओं ❄️ के बीच, वे आखिरकार हिमालय पहुंचे। वहां, चारों ओर बादल ही बादल थे। 🌨️ कुछ काले, कुछ सफेद, और कुछ पहाड़ों के ऊपर तैर रहे थे।
बादलों से मदद
राजहंस ने बादलों के राजा को प्रणाम किया और अपनी समस्या बताई। बादलों के राजा ने गरजती आवाज़ में कहा,
"इंसान हर जगह मुसीबतें खड़ी कर रहा है। मैं कुछ करता हूँ। तुम सब लौट जाओ।"
तेजाब की बारिश
कुछ दिनों बाद, अचरज नगर में तेजाब की बारिश 🌧️ होने लगी। लोग डर गए और समझ गए कि यह वायु प्रदूषण का नतीजा है। उन्होंने तुरंत प्रदूषण कम करने के उपाय शुरू कर दिए। धीरे-धीरे हवा स्वच्छ हो गई, और पक्षियों ने चैन की सांस ली।
6.छोटे पेड़ की कहानी 🌳
पेड़ की ख्वाहिश
जंगल के बीचों-बीच एक छोटा, सुंदर पेड़ 🌱 खड़ा था। उसकी पतली-पतली टहनियाँ थीं। एक दिन उसने हवा 🌬️ से पूछा,
"तुम कहाँ से आ रही हो?"
हवा ने जवाब दिया,
"मैं पहाड़ों पर गई थी, फिर शहर में कपड़े उड़ाकर आई हूँ।"
पेड़ मुस्कुराया। उसने चिड़िया 🐦 से पूछा,
"तुम कहाँ से आ रही हो?"
चिड़िया बोली,
"मैं एक घर की खिड़की पर बैठी थी। वहाँ एक लड़की ने मुझे खाने को दिया। फिर मैंने घोंसले के लिए तिनके इकट्ठे किए।"
पेड़ ने बंदरों 🐒 से पूछा,
"तुम लोग क्या कर रहे थे?"
बंदर बोले,
"हम मंदिर गए, मिठाई खाई और बच्चों की टोपियाँ लेकर भाग गए। देखो, हमारी रंग-बिरंगी टोपियाँ!"
पेड़ की आज़ादी
सबके जाने के बाद पेड़ अकेला रह गया। उसने सोचा, "काश! मैं भी चल पाता।" अचानक जादू हुआ, और उसकी जड़ें ज़मीन से अलग हो गईं। 🌟 पेड़ खुशी से बोला,
"अब मैं दुनिया देखूँगा!"
पेड़ की यात्रा
पेड़ चलते-चलते सड़क पर पहुँचा। उसे देखकर लोग डर गए। एक पुलिसवाला 🚓 आया और उसे रस्सियों से बाँधने लगा। पेड़ दर्द से चिल्लाया, "बचाओ!"
दोस्तों की मदद
तभी बंदरों ने पुलिसवाले की टोपी खींची और उसे भगाया। पेड़ डरते-डरते जंगल वापस आ गया।
सबक
बड़ा पेड़ बोला,
"कैसी लगी दुनिया?"
छोटा पेड़ बोला,
"दुनिया अच्छी है पर जंगल से अच्छी नहीं। अब मैं कहीं नहीं जाऊँगा।"
अब वह चुपचाप अपनी जगह खड़ा रहता और हवा, चिड़िया और बंदरों से कहानियाँ सुनता। 🌳✨
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