Lessons of Life(The Journey of Gattu, Hari, Rohit and Ramesh)Part-9
गट्टू की पॉकेट मनी 🐍💸
गट्टू एक छोटे से गाँव 🏡 में रहने वाला एक लड़का था। वह अपने दोस्तों 👫 के साथ खेलना 🎮 और मस्ती करना पसंद करता था। लेकिन उसे हमेशा दुख होता था क्योंकि उसके पास स्नैक्स 🍿 या खिलौने 🚗 खरीदने के लिए पैसे 💰 नहीं होते थे। उसके माता-पिता 👨🌾👩🌾 गरीब किसान थे और उनके लिए गुजारा करना भी मुश्किल था। इसलिए वे गट्टू को पॉकेट मनी नहीं दे पाते थे।
एक दिन 🌞, गट्टू स्कूल 🏫 से घर 🏠 जा रहा था। तभी उसने जमीन पर एक चमकदार रुपये का सिक्का 💿 देखा। उसने इसे उठाया और बहुत खुश 😊 हुआ। यह पहली बार था जब उसे अपना पैसा मिला था। उसने सोचा कि वह इस पैसे से कुछ खास खरीदेगा।
अगले दिन 🌅, गट्टू अपने दोस्त रवि के साथ बाजार 🛒 गया। वहाँ उन्होंने स्नैक्स 🍫, खिलौने 🧸 और छोटी-छोटी चीजें देखीं। गट्टू को बहुत ईर्ष्या 😔 हुई जब उसने देखा कि रवि ने चिप्स 🥔 और एक खिलौना कार 🚗 खरीदी। गट्टू के पास इतने पैसे नहीं थे।
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तभी गट्टू की नजर एक छोटी सी दुकान 🏪 पर पड़ी जहाँ कंचे (मार्बल) बेचे जा रहे थे। गट्टू को कंचे खेलना बहुत पसंद था, लेकिन उसके पास अपने कंचे नहीं थे। दुकान पर रखे कंचे चमक 🌈 रहे थे और गट्टू को बहुत पसंद आए। उसने सोचा कि वह अपने रुपये से यही खरीदेगा।
गट्टू ने दुकानदार से पूछा, "एक बैग कंचे की कीमत कितनी है?" दुकानदार ने बताया कि 10 कंचे का एक बैग 5 रुपये 💵 का है। गट्टू के पास सिर्फ 1 रुपया था। वह बहुत निराश 😞 हुआ।
तभी गट्टू को एक आइडिया 💡 आया। उसने दुकानदार से पूछा, "क्या मैं 1 रुपये में सिर्फ 1 कंचा खरीद सकता हूँ?" दुकानदार ने सोचा और हाँ ✅ कह दिया। गट्टू ने अपना चमकदार सिक्का दिया और एक नीला 🔵 कंचा लेकर बहुत खुश 😄 हुआ।
गट्टू ने पूरा दिन अपने दोस्तों के साथ कंचे खेलकर बिताया। उसे बहुत गर्व 🏆 महसूस हुआ कि उसने अपने पैसे से यह कंचा खरीदा था। उसने सोचा कि वह और पैसे कमाएगा और समझदारी से खर्च करेगा।कुछ दिनों बाद, गट्टू ने स्कूल 🏫 जाते समय जमीन पर और पैसे ढूंढे। उसने अपने माता-पिता से कहा कि वह घर के काम करके पॉकेट मनी 💼 कमाना चाहता है। धीरे-धीरे उसके पास और पैसे जमा हो गए।
गट्टू को अब लगने लगा कि वह अपने पैसे से कुछ भी खरीद सकता है। उसने पैसे बचाना और सही चीजें खरीदना सीख लिया। वह अब अपने दोस्तों या माता-पिता पर निर्भर नहीं था।
कुछ साल बाद, गट्टू बड़ा होकर एक सफल व्यवसायी 💼 बन गया। उसने कभी नहीं भूला कि कैसे उसने अपने पहले रुपये से एक कंचा खरीदा था। उसने अपने बच्चों 👨👩👧👦 को भी पैसे की कीमत और मेहनत का महत्व सिखाया।
गट्टू ने सोचा कि उसका पहला रुपये का सिक्का 💰 ही उसकी सफलता की शुरुआत थी। उसने मुस्कुराते 😊 हुए कहा, "मुझे अपने जीवन पर गर्व है।" 🌟
2.घमंडी लकड़बग्घा � (Proud Hyena)
एक बार की बात है, एक भारतीय जंगल 🌳 में हरि नाम का एक लकड़बग्घा रहता था। हरि बहुत घमंडी 😤 था। वह हमेशा जंगल के दूसरे जानवरों 🦌🐇 के सामने अपने शिकार कौशल के बारे में डींगें हांकता रहता था। वह कहता, "मैं जंगल का सबसे बड़ा शिकारी हूँ। कोई भी मेरे जैसा नहीं है।" 🏆
लेकिन जंगल के दूसरे जानवर उसकी बातों से ऊब चुके थे। वे जानते थे कि हरि उतना अच्छा शिकारी नहीं है, जितना वह दिखावा करता है। फिर भी, हरि ने किसी की बात नहीं सुनी और अकेले ही शिकार करता रहा। 🐾
एक दिन 🌞, हरि ने हिरणों 🦌 का एक झुंड देखा। उसने सोचा, "यह मेरे कौशल को दिखाने का मौका है।" वह हिरणों पर झपटा, लेकिन हिरण बहुत तेज थे। वे भाग गए और हरि खाली हाथ रह गया। 😠
अगले दिन, हरि ने खरगोशों 🐇 का एक समूह देखा। उसने सोचा, "ये तो बहुत आसान शिकार हैं।" लेकिन खरगोश भी उससे तेज निकले। वे इधर-उधर भागे और हरि को भ्रमित कर दिया। हरि हांफता रह गया और एक भी खरगोश नहीं पकड़ पाया। 😫
हरि को बहुत गुस्सा 😡 और शर्मिंदगी 😔 महसूस हुई। वह समझ नहीं पा रहा था कि वह इतना असफल क्यों हो रहा है। उसने जंगल के बुद्धिमान बूढ़े हाथी 🐘 से सलाह लेने का फैसला किया।
बूढ़े हाथी ने हरि की बात सुनी और कहा, "हरि, तुम एक अच्छे शिकारी हो, लेकिन तुम्हारा घमंड तुम्हारी कमजोरी है। तुम सोचते हो कि तुम सब कुछ अकेले कर सकते हो, लेकिन यह गलत है। कभी-कभी मदद की जरूरत होती है।" 🧠💡
हरि को अपनी गलती का एहसास हुआ। उसने बूढ़े हाथी को धन्यवाद दिया और अपने तरीके बदलने का फैसला किया। 🙏अगले दिन, हरि ने जंगल के दूसरे जानवरों से कहा, "मुझे तुम्हारी मदद चाहिए। क्या तुम मेरे साथ शिकार पर चलोगे?" 🐾🦌 जानवरों ने हाँ कहा, और सब मिलकर शिकार पर निकले। इस बार, उन्होंने कई हिरण और खरगोश पकड़े। हरि को एहसास हुआ कि टीमवर्क 🤝 से काम करना कितना आसान है।
उस दिन के बाद, हरि ने घमंड करना छोड़ दिया। वह विनम्र और कृतज्ञ 🙏 बन गया। उसने दूसरों की मदद की और सब मिलकर जंगल के लिए भोजन का इंतजाम करने लगे। 🌿🍖
कहानी का सीख 📖:
"कोई भी सब कुछ अकेले नहीं कर सकता। टीमवर्क और दूसरों की मदद लेना जरूरी है। साथ मिलकर हम बड़े काम कर सकते हैं।" 🌟🤝
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3.सूर्य की सवारी करें 🌞🏇
एक बार की बात है, भारत 🇮🇳 में रोहित नाम का एक लड़का रहता था। वह हिमालय 🏔️ की तलहटी में बसे एक छोटे से गाँव 🏡 में रहता था। रोहित को रोमांच 🚀 का सपना देखना बहुत पसंद था, लेकिन वह अपने परिवार 👨👩👧👦 के खेत 🌾 की देखभाल में व्यस्त रहता था। फिर भी, उसका मन हमेशा कुछ नया करने को करता था।
एक दिन उसके गाँव में यात्रियों 🎪 का एक दल आया। वे खानाबदोश थे, जो घोड़ों 🐎 पर सवार होकर गाँव-गाँव घूमते थे और संगीत 🎶 और नृत्य 💃 से लोगों का मनोरंजन करते थे। रोहित उनकी आजाद जीवन शैली से बहुत प्रभावित हुआ और उनसे विनती करने लगा कि वे उसे भी अपने साथ ले चलें।
पहले तो खानाबदोशों को संदेह हुआ, लेकिन रोहित की जिद और हिम्मत देखकर वे मान गए। उन्होंने उसे घोड़े की सवारी 🏇 और संगीत बजाना 🪕 सिखाया। जल्द ही, रोहित उनके साथ पूरे देश 🌍 में घूमने लगा।
यात्रा के दौरान, रोहित ने भारत की अलग-अलग संस्कृतियों 🎎, रीति-रिवाजों 🕉️ और रंग-बिरंगे कपड़ों 👘 के बारे में बहुत कुछ सीखा। हर नए अनुभव को वह बड़े उत्साह से ग्रहण करता था।
एक दिन, वे एक छोटे से गाँव में पहुँचे, जहाँ सूर्य ग्रहण 🌑 का उत्सव मनाया जा रहा था। ग्रामीणों ने खानाबदोशों को उत्सव में प्रदर्शन करने के लिए आमंत्रित किया। रोहित भी उत्साहित था और उत्सव में शामिल हो गया।उत्सव के दौरान, रोहित ने एक किंवदंती 📜 सुनी। कहा जाता था कि जो कोई भी ग्रहण के दौरान पास के पहाड़ 🏔️ की चोटी तक घोड़े पर सवार होकर पहुँच जाए, उसे देवताओं 🙏 द्वारा एक इच्छा 💭 पूरी करने का वरदान मिलेगा। रोहित का दिल उत्साह से भर गया, और उसने यह चुनौती स्वीकार कर ली।
रोहित ने खानाबदोशों से एक घोड़ा 🐎 माँगा। पहले तो वे हिचकिचाए, क्योंकि पहाड़ का रास्ता खतरनाक था, लेकिन रोहित के जोश को देखकर वे मान गए। रोहित घोड़े पर सवार होकर पहाड़ की ओर चल पड़ा।
रास्ता बहुत मुश्किल था। हवा 🌬️ पतली होती जा रही थी, और रास्ता खतरनाक था। लेकिन रोहित हार मानने वाला नहीं था। वह दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ता रहा। आखिरकार, वह पहाड़ की चोटी पर पहुँच गया।
चोटी पर पहुँचकर, रोहित ने आँखें बंद कीं और देवताओं से एक इच्छा माँगी। जब उसने आँखें खोलीं, तो उसे एहसास हुआ कि उसकी इच्छा पूरी हो गई थी। लेकिन यह इच्छा धन 💰 या शक्ति 💪 की नहीं थी, बल्कि उसके दिल ❤️ में शांति और संतोष की भावना थी।
रोहित को समझ आया कि असली रोमांच यात्रा 🛤️ में है, न कि मंजिल 🏁 में। उसने दुनिया 🌍 और खुद के बारे में बहुत कुछ सीखा था। वह जानता था कि यह अनुभव उसके साथ हमेशा रहेगा।
जब वह पहाड़ से नीचे उतरा, तो उसके दिल में आभार 🙏 और खुशी 😊 की भावना थी। रोहित को पता था कि उसका जीवन अब पहले जैसा नहीं रहेगा। वह हमेशा सूर्य 🌞 की इस सवारी को याद रखेगा और इसे अपने दिल में संजोए रखेगा। 🌟
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4.गरीब का नया साल 🎉🏠
एक बार की बात है, भारत 🇮🇳 के एक छोटे से गाँव 🏡 में रमेश नाम का एक लड़का रहता था। वह साल का आखिरी दिन था, और सभी लोग नए साल 🎆 का जश्न मनाने की तैयारी कर रहे थे। रमेश अपनी खिड़की से बाहर देख रहा था और लोगों को खुशी से भागते हुए देखकर उदास 😔 हो गया। उसका परिवार बहुत गरीब था, और वे नए साल का जश्न नहीं मना सकते थे।
रमेश का परिवार एक छोटे से घर 🏚️ में रहता था। उसके माता-पिता 👨🌾👩🌾 खेतों में मजदूरी करते थे लेकिन उनकी कमाई बहुत कम थी। रमेश जानता था कि उसके माता-पिता उसके लिए बहुत मेहनत करते हैं, लेकिन फिर भी वह दूसरे बच्चों 👦👧 को देखकर ईर्ष्या 😞 करता था, जो नए साल का जश्न मना रहे थे।
रात 🌙 होने पर, रमेश के माता-पिता ने उसे खुश 😊 करने की कोशिश की। उन्होंने उसकी पसंदीदा डिश 🍲 बनाई और बाजार से कुछ मिठाइयाँ 🍬 भी लाए। रमेश उनके प्रयासों के लिए आभारी 🙏 था लेकिन फिर भी उसका दिल उदास था।
जब रमेश सोने 🛏️ के लिए जा रहा था, तभी उसने बाहर शोर सुना। वह खिड़की से झाँका और देखा कि लोगों का एक समूह 🕺🎶 ढोल बजाते और गाते हुए नाच रहा है। रमेश उनके साथ जुड़ गया और खुशी से नाचने लगा। उसे लगा कि वह किसी बड़े परिवार का हिस्सा है।
यह समूह पड़ोस के गाँव से आया था। वे नए साल का जश्न मनाने आए थे। जब वे जाने लगे, तो उनमें से एक व्यक्ति ने रमेश के माता-पिता को सिक्कों 💰 का एक छोटा थैला दिया। उसने कहा, "यह हमारी परंपरा है। हम उन्हें देते हैं जो कम भाग्यशाली हैं, ताकि वे भी नया साल मना सकें।"
रमेश के माता-पिता की आँखों में आँसू 😢 आ गए। उन्होंने उस व्यक्ति और समूह को धन्यवाद 🙏 दिया। जब उन्होंने थैले में सिक्के गिने, तो पाया कि यह परिवार के लिए नए कपड़े 👕👖 खरीदने के लिए पर्याप्त था।
अगली सुबह 🌅 रमेश के चेहरे पर मुस्कान 😊 थी। वह जानता था कि उसका परिवार गरीब है, लेकिन उसे एहसास हुआ कि उसके पास प्यार ❤️ और समर्थन 🤝 है, जो उसे खुशी देता है। उसने गाँव के अन्य गरीब परिवारों को भी अपने घर बुलाया और उनके साथ मिठाइयाँ 🍬 बाँटी। सभी ने मिलकर खुशी से नया साल मनाया।
रमेश ने सीखा कि खुशी 😊 भौतिक चीजों से नहीं, बल्कि प्यार और दया से आती है। उसने अपने पड़ोसियों और दोस्तों के साथ अधिक समय बिताना शुरू किया और अपने माता-पिता की मदद करने लगा।
साल बीतते गए और रमेश एक दयालु और उदार व्यक्ति बन गया। जब वह बड़ा होकर गाँव से दूर चला गया, तो उसने हमेशा उस नए साल की रात 🌙 को याद रखा, जिसने उसे सिखाया कि खुशी साझा करने में होती है।
कई साल बाद, जब रमेश गाँव वापस आया, तो उसने देखा कि गाँव में अभी भी वही प्यार और उदारता ❤️🤝 बची हुई है। उसे एहसास हुआ कि वह सचमुच घर 🏡 आ गया है।
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5.चालाक लोमड़ी 🦊
एक बार की बात है, भारत 🇮🇳 के एक घने जंगल 🌳 में एक चालाक लोमड़ी रहती थी। वह अपनी चालाकी और धूर्तता के लिए मशहूर थी। जंगल के सभी जानवर उससे डरते थे, क्योंकि कोई भी उसे मात नहीं दे पाता था। लोमड़ी हमेशा अपने तरीकों से अपना काम निकाल लेती थी।
एक दिन लोमड़ी को भूख 🍽️ लगी और वह खाने की तलाश में जंगल में घूमने लगी। तभी उसकी नजर एक बाग 🍇 पर पड़ी, जहाँ पके और रसीले अंगूर लटक रहे थे। लोमड़ी के मुँह में पानी आ गया, लेकिन अंगूर बहुत ऊँचे थे। वह उछल-उछलकर 🦘 कोशिश करने लगी, लेकिन अंगूर तक नहीं पहुँच पाई।
लोमड़ी आसानी से हार मानने वाली नहीं थी। उसने एक चाल चली और अंगूरों को बोली, "अरे अंगूर, तुम तो खट्टे और कच्चे लग रहे हो। मुझे यकीन है कि तुम मुझे अच्छे नहीं लगोगे।" लोमड़ी ने यह बात ऊँची आवाज में कही, ताकि वह खुद को समझा सके कि उसे अंगूर नहीं चाहिए।
जंगल के दूसरे जानवरों ने लोमड़ी की बात सुनी और समझ गए कि वह क्या कर रही है। पास के एक पेड़ पर बैठे बुद्धिमान उल्लू 🦉 ने कहा, "लोमड़ी, हमें मूर्ख बनाने की कोशिश मत करो। हम सभी जानते हैं कि तुम अंगूर खाना चाहती हो। तुम हमें अपने शब्दों से धोखा नहीं दे सकती।" दूसरे जानवरों ने भी सिर हिलाकर उल्लू की बात से सहमति जताई।
लोमड़ी को शर्मिंदगी 😳 महसूस हुई क्योंकि उसका झूठ पकड़ा गया था। उसने कहा कि उसे वास्तव में अंगूर नहीं चाहिए, लेकिन किसी ने उसकी बात पर विश्वास नहीं किया।
अगले दिन, लोमड़ी ने एक कौए 🐦 को देखा, जो पनीर 🧀 का एक टुकड़ा अपनी चोंच में लिए बैठा था। लोमड़ी को पनीर चाहिए था लेकिन वह नहीं जानती थी कि इसे कैसे हासिल करे। तभी उसे एक तरकीब सूझी।
लोमड़ी कौए के पास गई और बोली, "मैंने सुना है कि तुम्हारी आवाज बहुत मीठी है। क्या तुम मेरे लिए गाना गा सकते हो?" कौए को लोमड़ी की बातों से खुशी हुई, और वह गाने 🎶 के लिए अपनी चोंच खोलने लगा। जैसे ही उसने चोंच खोली, पनीर का टुकड़ा नीचे गिर गया, और लोमड़ी ने उसे जल्दी से उठा लिया और भाग 🏃♀️ गई।
शिक्षा 📖
"हमें किसी की चालाक बातों में नहीं आना चाहिए। हमेशा सतर्क रहना चाहिए और दूसरों की बातों पर आँख मूँदकर विश्वास नहीं करना चाहिए।" 🦊🧠
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